Movie/Album: मुल्क (2018)
Music By: प्रसाद साश्ते
Lyrics By: शकील आज़मी
Performed By: सुनिधि चौहान, स्वानंद किरकिरे, सुवर्णा तिवारी
सैयाँ ने प्यार माँगा, दिल का करार माँगा
सौतन को नकदी दी, हमसे उधार माँगा
चोर की दाढ़ी थी, दाढ़ी में तिनका था
सैयाँ बेदर्दी तो, घोड़े सा हिनका था
पकड़ी कलाई थी, अँखियाँ दबाई थी
सैयाँ मियाँ हमरे लगते थे
भेंगे से, भेंगे से, भेंगे भेंगे भेंगे से
मैं बोली ठेंगे से...
सैयाँ ने हाथ माँगा, दो पल का साथ माँगा
हम थोड़े शरमाये, कु्छ ऐसा रात माँगा
देखन में भोले थे, पर मन के डोले थे
थे मुगल-ए-आज़म ओ, तो हम भी शोले थे
उन्ने जो छेड़ा था, हमने खदेड़ा था
चिपकी थी उनकी नज़रें हमरे
लहंगे से, लहंगे से, लहंगे लहंगे लहंगे से
मैं बोली ठेंगे से...
बेगम से हमने जो, थोड़ा सा प्यार माँगा
बदले में बेगम ने, मीना बाज़ार माँगा
सोने का बाला हो, मोतियन की माला हो
हीरे की झून्नी हो, चाँदी का झाला हो
तारे दुपट्टे पे, सब कुछ था बट्टे पे
यूँ शौक बेगम बोला के थे
महँगे से, महँगे से, महँगे महँगे महँगे से
मैं बोला ठेंगे से...
Music By: प्रसाद साश्ते
Lyrics By: शकील आज़मी
Performed By: सुनिधि चौहान, स्वानंद किरकिरे, सुवर्णा तिवारी
सैयाँ ने प्यार माँगा, दिल का करार माँगा
सौतन को नकदी दी, हमसे उधार माँगा
चोर की दाढ़ी थी, दाढ़ी में तिनका था
सैयाँ बेदर्दी तो, घोड़े सा हिनका था
पकड़ी कलाई थी, अँखियाँ दबाई थी
सैयाँ मियाँ हमरे लगते थे
भेंगे से, भेंगे से, भेंगे भेंगे भेंगे से
मैं बोली ठेंगे से...
सैयाँ ने हाथ माँगा, दो पल का साथ माँगा
हम थोड़े शरमाये, कु्छ ऐसा रात माँगा
देखन में भोले थे, पर मन के डोले थे
थे मुगल-ए-आज़म ओ, तो हम भी शोले थे
उन्ने जो छेड़ा था, हमने खदेड़ा था
चिपकी थी उनकी नज़रें हमरे
लहंगे से, लहंगे से, लहंगे लहंगे लहंगे से
मैं बोली ठेंगे से...
बेगम से हमने जो, थोड़ा सा प्यार माँगा
बदले में बेगम ने, मीना बाज़ार माँगा
सोने का बाला हो, मोतियन की माला हो
हीरे की झून्नी हो, चाँदी का झाला हो
तारे दुपट्टे पे, सब कुछ था बट्टे पे
यूँ शौक बेगम बोला के थे
महँगे से, महँगे से, महँगे महँगे महँगे से
मैं बोला ठेंगे से...
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