Movie/Album: अंधाधुन (2018)
Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: जयदीप साहनी
Performed By: अरिजीत सिंह
इक साँवरी सी लड़की बावरी सी
गुस्से में पत्ते सी कांपती सी
जो मेरा ज़िक्र सुने भूल से भी
तरक़ीबों से दिल हो ढाँपती सी
वो लड़की, मिल जाए तो कहना
हाँ वो लड़की, मिल जाए तो कहना
धूप में, पलकों को कस के वो मीचती
चलती हो, ज़िन्दगी के कश कहीं खींचती
वो लड़की मिल जाए...
थोड़ी थोड़ी आँखें नम
बातों में था फिर भी दम
हँसी नहीं थी वो ऐसी
जो बात में यूँ ही उड़ जाए
रात में यूँ ही घुल जाए ना ना ना
वो लड़की मिल जाए...
Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: जयदीप साहनी
Performed By: अरिजीत सिंह
इक साँवरी सी लड़की बावरी सी
गुस्से में पत्ते सी कांपती सी
जो मेरा ज़िक्र सुने भूल से भी
तरक़ीबों से दिल हो ढाँपती सी
वो लड़की, मिल जाए तो कहना
हाँ वो लड़की, मिल जाए तो कहना
धूप में, पलकों को कस के वो मीचती
चलती हो, ज़िन्दगी के कश कहीं खींचती
वो लड़की मिल जाए...
थोड़ी थोड़ी आँखें नम
बातों में था फिर भी दम
हँसी नहीं थी वो ऐसी
जो बात में यूँ ही उड़ जाए
रात में यूँ ही घुल जाए ना ना ना
वो लड़की मिल जाए...
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