Movie/Album: अंधाधुन (2018)
Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: जयदीप साहनी
Performed By: अभिजीत श्रीवास्तव, आकांक्षा शर्मा, आयुष्मान खुराना
सदियों की मदहोशियों से
सोया हुआ दिन जगा, आहाँ आहाँ
हलकी सी सरगोशियों से
किस्मत का ताला खुला, आहाँ आहाँ
जो हो रहा था सच्चा लगा
जो हो रहा था सच्चा लगा, हाँ लगा
आपसे मिलकर अच्छा लगा
आपसे मिलकर अच्छा लगा
आपसे मिलकर अच्छा लगा
अच्छा लगा
आपसे मिलकर...
हो टुक टुक लगा कर, सिंगल बना कर
जवानी का ओवर गुज़रता रहा
आप मिले तो, छक्का लगा
आप मिले तो, छक्का लगा, हाँ लगा
आपसे मिलकर...
बातों के शायर, ख्वाबों से कायर
राजा और शहंशाह कितने मिले
आपमें कुछ तो, कच्चा लगा
आपमें कुछ तो, कच्चा लगा, हाँ लगा
आपसे मिलकर...
Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: जयदीप साहनी
Performed By: अभिजीत श्रीवास्तव, आकांक्षा शर्मा, आयुष्मान खुराना
सदियों की मदहोशियों से
सोया हुआ दिन जगा, आहाँ आहाँ
हलकी सी सरगोशियों से
किस्मत का ताला खुला, आहाँ आहाँ
जो हो रहा था सच्चा लगा
जो हो रहा था सच्चा लगा, हाँ लगा
आपसे मिलकर अच्छा लगा
आपसे मिलकर अच्छा लगा
आपसे मिलकर अच्छा लगा
अच्छा लगा
आपसे मिलकर...
हो टुक टुक लगा कर, सिंगल बना कर
जवानी का ओवर गुज़रता रहा
आप मिले तो, छक्का लगा
आप मिले तो, छक्का लगा, हाँ लगा
आपसे मिलकर...
बातों के शायर, ख्वाबों से कायर
राजा और शहंशाह कितने मिले
आपमें कुछ तो, कच्चा लगा
आपमें कुछ तो, कच्चा लगा, हाँ लगा
आपसे मिलकर...
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