Movie/Album: हेलीकॉप्टर ईला (2018)
Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: स्वानंद किरकिरे
Performed By: रोनित सरकार
हाँ मैं जहाँ भी जाऊँ
वो मेरे पीछे पीछे पीछे पीछे आई
फेसबुक पे पहला लाइक बनी
प्लेलिस्ट में लोरियाँ घुसाई
मेरी फीफा वाली टीम में
मेरी मम्मा कहाँ से आई
मेरे प्ले स्टेशन की स्क्रीन पर
मेरी मम्मा की परछाई
मेरी मम्मा की परछाई
हो मेरी मम्मा की परछाई
मेरी मम्मा की परछाई...
हो दिन हो या हो रात हो
इनका हर पल मेलोड्रामा
आधी रात को मेरे रूम के
एंवई गश्त लगाना
ब्लैंकेट ओढ़ाने के नाम पे
मेरी साँसे सूंघने आना
कपड़े धोने की आड़ में
जेब की चेकिंग करते ही जाना हो
मेरे कमरे में चुपके से
कोई लड़की तो नहीं आई
ब्लैकमैलिंग एक्सपर्ट है झट से
आँख में आँसू लायी हो
मेरे ट्विटर पर भी ट्रेंड करे
मेरी मम्मा की परछाई
मेरे लाइफ में बस एक्सटेंड करे
मेरी मम्मा की परछाई
मेरी मम्मा की परछाई...
मैं रेस्टोरेंट में खाऊँ
ये बोले खाओ घर का खाना
मैं घर पे चिल करूँ तो
ये चाहे कहीं बाहर जाना
बेटे से ज़्यादा प्यारा है
इनको कोई डब्बा पुराना
तुम आओ ना आओ घर वापस
मेरा डब्बा लाना ज़रूर
इनकी कोर्ट इनके ही, फ़ेवर में सुनवाई
जब चाहे मेरी दोस्त बनी
वरना अम्मा बन घुर्राई हो
मेरे कहने पे भी ना बेंड करे
मेरी मम्मा की परछाई
मेरे लाइफ में परमानेंट रहे
मेरी मम्मा की परछाई
मेरी मम्मा की परछाई...
Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: स्वानंद किरकिरे
Performed By: रोनित सरकार
हाँ मैं जहाँ भी जाऊँ
वो मेरे पीछे पीछे पीछे पीछे आई
फेसबुक पे पहला लाइक बनी
प्लेलिस्ट में लोरियाँ घुसाई
मेरी फीफा वाली टीम में
मेरी मम्मा कहाँ से आई
मेरे प्ले स्टेशन की स्क्रीन पर
मेरी मम्मा की परछाई
मेरी मम्मा की परछाई
हो मेरी मम्मा की परछाई
मेरी मम्मा की परछाई...
हो दिन हो या हो रात हो
इनका हर पल मेलोड्रामा
आधी रात को मेरे रूम के
एंवई गश्त लगाना
ब्लैंकेट ओढ़ाने के नाम पे
मेरी साँसे सूंघने आना
कपड़े धोने की आड़ में
जेब की चेकिंग करते ही जाना हो
मेरे कमरे में चुपके से
कोई लड़की तो नहीं आई
ब्लैकमैलिंग एक्सपर्ट है झट से
आँख में आँसू लायी हो
मेरे ट्विटर पर भी ट्रेंड करे
मेरी मम्मा की परछाई
मेरे लाइफ में बस एक्सटेंड करे
मेरी मम्मा की परछाई
मेरी मम्मा की परछाई...
मैं रेस्टोरेंट में खाऊँ
ये बोले खाओ घर का खाना
मैं घर पे चिल करूँ तो
ये चाहे कहीं बाहर जाना
बेटे से ज़्यादा प्यारा है
इनको कोई डब्बा पुराना
तुम आओ ना आओ घर वापस
मेरा डब्बा लाना ज़रूर
इनकी कोर्ट इनके ही, फ़ेवर में सुनवाई
जब चाहे मेरी दोस्त बनी
वरना अम्मा बन घुर्राई हो
मेरे कहने पे भी ना बेंड करे
मेरी मम्मा की परछाई
मेरे लाइफ में परमानेंट रहे
मेरी मम्मा की परछाई
मेरी मम्मा की परछाई...
No comments :
Post a Comment
यह वेबसाइट/गाना पसंद है? तो कुछ लिखें...