Movie/Album: वेलकम टू न्यूयॉर्क (2018)
Music By: शमीर टण्डन
Lyrics By: चरणजीत चरण
Performed By: राहत फ़तेह अली खान, ध्वनि भानुशाली, शमीर टण्डन
इधर जाऊँ, उधर जाऊँ
कश्मकश में हूँ मैं, किधर जाऊँ
मुझको बता दे मेरे मौला
खत्म गर हो गया सफर, जाऊँ
दिल में चुभने लगा है ख़ार कोई
पड़ गयी है कहीं दरार कोई
मुझको पढ़कर वो ऐसे भूल गया
जैसे कागज़ पे इश्तेहार कोई
दिल में चुभने लगा है ख़ार कोई
पड़ गयी है कहीं दरार कोई
मुझको पढ़कर वो ऐसे भूल गया
मुझको पढ़कर वो ऐसे भूल गया
जैसे कागज़ पे इश्तेहार कोई
कौन समझेगा, रोक रखा है
मैंने पलकों पे, आबशार कोई
छोड़ जाने दे, कर के गुज़रा है
मेरे ख़्वाबों को, तार-तार कोई
मुझको पढ़कर वो ऐसे...
चाहता हूँ मैं, पर नहीं रहती
मुझको मेरी खबर, नहीं रहती
मैं हूँ ऐसे कि, जश्न से पहले
टूट जाता है, जैसे हार कोई
मुझको पढ़कर वो ऐसे...
Music By: शमीर टण्डन
Lyrics By: चरणजीत चरण
Performed By: राहत फ़तेह अली खान, ध्वनि भानुशाली, शमीर टण्डन
इधर जाऊँ, उधर जाऊँ
कश्मकश में हूँ मैं, किधर जाऊँ
मुझको बता दे मेरे मौला
खत्म गर हो गया सफर, जाऊँ
दिल में चुभने लगा है ख़ार कोई
पड़ गयी है कहीं दरार कोई
मुझको पढ़कर वो ऐसे भूल गया
जैसे कागज़ पे इश्तेहार कोई
दिल में चुभने लगा है ख़ार कोई
पड़ गयी है कहीं दरार कोई
मुझको पढ़कर वो ऐसे भूल गया
मुझको पढ़कर वो ऐसे भूल गया
जैसे कागज़ पे इश्तेहार कोई
कौन समझेगा, रोक रखा है
मैंने पलकों पे, आबशार कोई
छोड़ जाने दे, कर के गुज़रा है
मेरे ख़्वाबों को, तार-तार कोई
मुझको पढ़कर वो ऐसे...
चाहता हूँ मैं, पर नहीं रहती
मुझको मेरी खबर, नहीं रहती
मैं हूँ ऐसे कि, जश्न से पहले
टूट जाता है, जैसे हार कोई
मुझको पढ़कर वो ऐसे...
I want last sargam lyrics
ReplyDelete