Movie/Album: बागबान (2003)
Music By: आदेश श्रीवास्तव
Lyrics By: समीर
Performed By: अमिताभ बच्चन, अल्का याग्निक
मैं यहाँ तू वहाँ, ज़िन्दगी है कहाँ
तू ही तू है सनम, देखता हूँ जहाँ
नींद आती नहीं, याद जाती नहीं
बिन तेरे अब जिया जाये ना
मैं यहाँ तू वहाँ...
वक्त जैसे ठहर गया है यहीं
हर तरफ एक अजब उदासी है
बेकरारी का ऐसा आलम है
जिस्म तनहा है, रूह प्यासी है
तेरी सूरत अब एक पल
क्यों नज़र से हटती नहीं
रात-दिन तो कट जाते हैं
उम्र तनहा कटती नहीं
चाह के भी ना कुछ कह सकूँ तुझसे मैं
दर्द कैसे करूँ मैं बयाँ
मैं यहाँ तू वहाँ...
जब कहीं भी आहट हुई
यूँ लगा के तू आ गया
खुशबू के झोंके की तरह
मेरी साँसें महका गया
एक वो दौर था, हम सदा पास थे
अब तो हैं फासले दरमियाँ
मैं यहाँ तू वहाँ...
बीती बातें याद आती हैं
जब अकेला होता हूँ मैं
बोलती है खामोशियाँ
सबसे छुप के रोता हूँ मैं
एक अरसा हुआ मुस्कुराये हुए
आँसुओं में ढली दास्ताँ
मैं यहाँ तू वहाँ...
Music By: आदेश श्रीवास्तव
Lyrics By: समीर
Performed By: अमिताभ बच्चन, अल्का याग्निक
मैं यहाँ तू वहाँ, ज़िन्दगी है कहाँ
तू ही तू है सनम, देखता हूँ जहाँ
नींद आती नहीं, याद जाती नहीं
बिन तेरे अब जिया जाये ना
मैं यहाँ तू वहाँ...
वक्त जैसे ठहर गया है यहीं
हर तरफ एक अजब उदासी है
बेकरारी का ऐसा आलम है
जिस्म तनहा है, रूह प्यासी है
तेरी सूरत अब एक पल
क्यों नज़र से हटती नहीं
रात-दिन तो कट जाते हैं
उम्र तनहा कटती नहीं
चाह के भी ना कुछ कह सकूँ तुझसे मैं
दर्द कैसे करूँ मैं बयाँ
मैं यहाँ तू वहाँ...
जब कहीं भी आहट हुई
यूँ लगा के तू आ गया
खुशबू के झोंके की तरह
मेरी साँसें महका गया
एक वो दौर था, हम सदा पास थे
अब तो हैं फासले दरमियाँ
मैं यहाँ तू वहाँ...
बीती बातें याद आती हैं
जब अकेला होता हूँ मैं
बोलती है खामोशियाँ
सबसे छुप के रोता हूँ मैं
एक अरसा हुआ मुस्कुराये हुए
आँसुओं में ढली दास्ताँ
मैं यहाँ तू वहाँ...
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