Movie/Album: भारत (2019)
Music By: विशाल-शेखर
Lyrics By: इरशाद कामिल
Performed By: ज्योति नूरान
मेरी उम्मीद ना टूटी
ना हौसला मेरा टूटा
नटखट आँखों का
पनघट आँखों का
सूखा है बस तू जो रूठा
तू रूठा
पाना था मैंने जो पाया ना पाया
मैं तो खुल्ले दरवाज़े रक्खाँ
रक्खाँ मैं तारों पे अक्खाँ
आया ना, आया ना आया ना तू
खुल्ले दरवाज़े रक्खाँ
रक्खाँ मैं तारों पे अक्खाँ
आया ना, आया ना आया ना तू
खुल्ले दरवाज़े रक्खाँ...
मैं तन्हा भटकता हूँ
मुश्किल को हल कर दे
जीना ज़माने में
तू ज़रा सा हल कर दे
अखबारों में भी खुशी की खबर न मिले
लाखों सजदों से दिल को सबर न मिले
मुड़-मुड़ देख ले
क्या था क्या हूँ मैं
हाथों से अपने ही छूटा, मैं टूटा
तेरे बिन जाने ना कोई भी मेरे दिल की
दुःख ना किसी को दस्साँ
सच्चा रोवाँ झूठा हस्साँ
आया ना, आया ना आया ना तू
दुख ना किसी को दस्साँ...
हाथों की लकीरें देखाँ
राहें धीरे-धीरे देखाँ
आया ना, आया ना आया ना तू
हो तुमसे अगरचे तो
किस्मत बदल दे तू
मेरे मुआमले में
आ ज़रा दखल दे तू
पानी पाँचों दरियाओं में है कम हो रहा
तेरे होने का यकीं है भरम हो रहा
छोड़ तड़पना मैं
कब तक सपना मैं
देखूँगा बोलो
टूटा, मैं टूटा
मेरा क्यूँ साथी ना साया न तेरे होते
हाथो को उठाई जावाँ
रोवाँ या मैं गायी जावाँ
आया ना, आया ना आया ना तू...
Music By: विशाल-शेखर
Lyrics By: इरशाद कामिल
Performed By: ज्योति नूरान
मेरी उम्मीद ना टूटी
ना हौसला मेरा टूटा
नटखट आँखों का
पनघट आँखों का
सूखा है बस तू जो रूठा
तू रूठा
पाना था मैंने जो पाया ना पाया
मैं तो खुल्ले दरवाज़े रक्खाँ
रक्खाँ मैं तारों पे अक्खाँ
आया ना, आया ना आया ना तू
खुल्ले दरवाज़े रक्खाँ
रक्खाँ मैं तारों पे अक्खाँ
आया ना, आया ना आया ना तू
खुल्ले दरवाज़े रक्खाँ...
मैं तन्हा भटकता हूँ
मुश्किल को हल कर दे
जीना ज़माने में
तू ज़रा सा हल कर दे
अखबारों में भी खुशी की खबर न मिले
लाखों सजदों से दिल को सबर न मिले
मुड़-मुड़ देख ले
क्या था क्या हूँ मैं
हाथों से अपने ही छूटा, मैं टूटा
तेरे बिन जाने ना कोई भी मेरे दिल की
दुःख ना किसी को दस्साँ
सच्चा रोवाँ झूठा हस्साँ
आया ना, आया ना आया ना तू
दुख ना किसी को दस्साँ...
हाथों की लकीरें देखाँ
राहें धीरे-धीरे देखाँ
आया ना, आया ना आया ना तू
हो तुमसे अगरचे तो
किस्मत बदल दे तू
मेरे मुआमले में
आ ज़रा दखल दे तू
पानी पाँचों दरियाओं में है कम हो रहा
तेरे होने का यकीं है भरम हो रहा
छोड़ तड़पना मैं
कब तक सपना मैं
देखूँगा बोलो
टूटा, मैं टूटा
मेरा क्यूँ साथी ना साया न तेरे होते
हाथो को उठाई जावाँ
रोवाँ या मैं गायी जावाँ
आया ना, आया ना आया ना तू...
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