Movie/Album: मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झाँसी (2019)
Music By: शंकर-एहसान-लॉय
Lyrics By: प्रसून जोशी
Performed By: प्रतिभा सिंह बघेल, रवि मिश्रा
ओ राजाजी, ओ महाराजा जी
नैना चुगल खोर राजाजी
ओ महाराजा जी
नैना चुगल खोर राजाजी
मन की रूनझुन छुप ना पाए
मन की रूनझुन छुप ना पाए
खनक-खनक खनके नैना
बड़ी अजब है रीत प्रीत की
बिन बोले सब कुछ कहना
कुनकुनी सी धूप बिखरी
कुनकुनी सी धूप बिखरी जाए रे
मनवा कुहु कुहु बौराए रे
ओ राजाजी, नैना चुगल खोर राजाजी
ओ महाराजा जी, नैना हैं चितचोर राजाजी
राजाजी, राजाजी
राजाजी, महाराजा जी
सिन्दूर घोर नहीं ओर छोर
बांधे कैसे ये डोर
धड़कन में ताल सपने गुलाल
ये कैसा हाल राजाजी
राजाजी, ओ राजाजी
तेरा ध्यान भी छैल छबीला
तेरा ध्यान भी छैल छबीला
लचक-मचक के आए रे
मन खुद से ही बातें कर के
मन ही मन मुस्काए रे
हो कुनकुनी सी धूप...
हो मन अंगना, कोई आया
शीतल छैया बन छाया
एक चंचल, नदिया को
रस्तों से मिलाया
हो इक बहती हवा ने
कानों में कहना सीखा
कल-कल जल ने
एक पल रुक के रहना सीखा
हो पगडंडी को रस्ते मिल गए
धीरे-धीरे राहें नई खुलती जाए रे
ओ राजाजी...
Music By: शंकर-एहसान-लॉय
Lyrics By: प्रसून जोशी
Performed By: प्रतिभा सिंह बघेल, रवि मिश्रा
ओ राजाजी, ओ महाराजा जी
नैना चुगल खोर राजाजी
ओ महाराजा जी
नैना चुगल खोर राजाजी
मन की रूनझुन छुप ना पाए
मन की रूनझुन छुप ना पाए
खनक-खनक खनके नैना
बड़ी अजब है रीत प्रीत की
बिन बोले सब कुछ कहना
कुनकुनी सी धूप बिखरी
कुनकुनी सी धूप बिखरी जाए रे
मनवा कुहु कुहु बौराए रे
ओ राजाजी, नैना चुगल खोर राजाजी
ओ महाराजा जी, नैना हैं चितचोर राजाजी
राजाजी, राजाजी
राजाजी, महाराजा जी
सिन्दूर घोर नहीं ओर छोर
बांधे कैसे ये डोर
धड़कन में ताल सपने गुलाल
ये कैसा हाल राजाजी
राजाजी, ओ राजाजी
तेरा ध्यान भी छैल छबीला
तेरा ध्यान भी छैल छबीला
लचक-मचक के आए रे
मन खुद से ही बातें कर के
मन ही मन मुस्काए रे
हो कुनकुनी सी धूप...
हो मन अंगना, कोई आया
शीतल छैया बन छाया
एक चंचल, नदिया को
रस्तों से मिलाया
हो इक बहती हवा ने
कानों में कहना सीखा
कल-कल जल ने
एक पल रुक के रहना सीखा
हो पगडंडी को रस्ते मिल गए
धीरे-धीरे राहें नई खुलती जाए रे
ओ राजाजी...
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