Movie/Album: दिल पड़ोसी है (1987)
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: आशा भोंसले
रिश्ते बनते हैं, बड़े धीरे-से, बनने देते
कच्चे लम्हें को ज़रा शाख़ पे पकने देते
रिश्ते बनते हैं...
एक चिंगारी का उड़ना था कि पर काट दिये
आँच आई थी, ज़रा आग तो जलने देते
कच्चे लम्हें को...
एक ही लम्हें पे इक साथ गिरे थे दोनों
ख़ुद सँभलते या ज़रा मुझको सँभलने देते
कच्चे लम्हें को...
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: आशा भोंसले
रिश्ते बनते हैं, बड़े धीरे-से, बनने देते
कच्चे लम्हें को ज़रा शाख़ पे पकने देते
रिश्ते बनते हैं...
एक चिंगारी का उड़ना था कि पर काट दिये
आँच आई थी, ज़रा आग तो जलने देते
कच्चे लम्हें को...
एक ही लम्हें पे इक साथ गिरे थे दोनों
ख़ुद सँभलते या ज़रा मुझको सँभलने देते
कच्चे लम्हें को...
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