Movie/Album: हासिल (2003)
Music By: जतिन-ललित
Lyrics By: इसरार अंसारी
Performed By: उदित नारायण, सोनाली बाजपेयी
ज़िन्दगी को नयी ज़िन्दगी मिल गई
एक शमा की जिसे आरज़ू थी उसे
चांदनी भी मिल गई
ज़िन्दगी को नयी...
चाहा था साथी सनम
तुम जैसा तुम्हारी कसम
फिज़ा छँटते-छँटते बहार आ गई
मुझे मेरी मंज़िल नज़र आ गई
दिल के तारों को जो छेड़ दे प्यार से
रागिनी वो मिल गई
ज़िन्दगी को नयी ज़िन्दगी मिल गई
ख्वाब में जिसको मैं सोचती थी कभी
आशिक़ी वो मिल गई
ज़िन्दगी को नयी...
साँसों में तूफ़ान है
तू फिर भी अनजान है
जो ख्वाहिश है उनसे भी ज़्यादा करें
जहां को भुलाने का वादा करें
हम ने सोचा जहाँ, आशियाँ हो वहाँ
एक नदी भी मिल गई
पा के तुमको मुझे
हर ख़ुशी मिल गई
रात तारों भरी और मुझे शाम भी
सुरमई मिल गई
Music By: जतिन-ललित
Lyrics By: इसरार अंसारी
Performed By: उदित नारायण, सोनाली बाजपेयी
ज़िन्दगी को नयी ज़िन्दगी मिल गई
एक शमा की जिसे आरज़ू थी उसे
चांदनी भी मिल गई
ज़िन्दगी को नयी...
चाहा था साथी सनम
तुम जैसा तुम्हारी कसम
फिज़ा छँटते-छँटते बहार आ गई
मुझे मेरी मंज़िल नज़र आ गई
दिल के तारों को जो छेड़ दे प्यार से
रागिनी वो मिल गई
ज़िन्दगी को नयी ज़िन्दगी मिल गई
ख्वाब में जिसको मैं सोचती थी कभी
आशिक़ी वो मिल गई
ज़िन्दगी को नयी...
साँसों में तूफ़ान है
तू फिर भी अनजान है
जो ख्वाहिश है उनसे भी ज़्यादा करें
जहां को भुलाने का वादा करें
हम ने सोचा जहाँ, आशियाँ हो वहाँ
एक नदी भी मिल गई
पा के तुमको मुझे
हर ख़ुशी मिल गई
रात तारों भरी और मुझे शाम भी
सुरमई मिल गई
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