Music By: रोहित कुलकर्णी
Lyrics By: रक़ीब आलम
Performed By: मीका सिंह
हो धड़ाधड़ धड़का मेरा दिल जो तुझे देखा
मेरे सीने में बजे दादरे का ठेका
ज़रा जम के तो हिला
ज़रा ठुमके तो लगा
ज़रा हौले से मार दे कमर से ठोकर
तेरे रसीले इन होठों को देखूँ तो
मुँह मेरा करता है
चटर पटर, चटर पटर
चटर पटर, चटर पटर
खुल्ला है दिल का शटर
अंदर आ जाने जिगर
कर ले तू चटर पटर
लूट खज़ाना
हल्ला ये शोर ना कर
बातों से बोर ना कर
कैसा ये अगर-मगर
छोड़ बहाना
हाए आँखों से वार करे
दिल को शिकार करे
किश्तों में प्यार करे
क्या है बता रीज़न
मौज का माहौल है
रोमैंस का है सीज़न
मेरे संग तू गुटर-गुटर
कर ले मेरी पीजन
तेरे रसीले इन होठों को...
हाए गुस्सा ग़ुरूर ना कर
बंदे को दूर ना कर
काहे तू खड़ी-खड़ी
आँख दिखाती है
मेरी मासूम नज़र देखे किसी को अगर
मुझको तू देखते ही दाँत चबाती है
अपने दीवानों के बीच गेम कराती है
सबको जिताती है मगर मुझको हराती है
तेरे रसीले इन होठों को...
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