Music By: शंकर-जयकिशन
Lyrics By: हसरत जयपुरी
Performed By: मो.रफ़ी, लता मंगेशकर
दिन सारा गुज़ारा तोरे अंगना
अब जाने दे मुझे मोरे सजना
मेरे यार शब्बा-ख़ैर
मेरे यार शब्बा-ख़ैर
हो मेरे यार शब्बा-ख़ैर
मेरे यार शब्बा-ख़ैर
आसान है जाना महफ़िल से
कैसे जाओगे निकल कर दिल से
मेरे यार शब्बा-ख़ैर
मेरे यार शब्बा-ख़ैर
हो मेरे यार शब्बा-ख़ैर
मेरे यार शब्बा-ख़ैर
ओ दिलबर दिल तो कहे
तेरी राहों को रोक लूँ मैं
आई बिरहा की रात अब
बतला दे क्या करूँ मैं
याद आयेंगी ये बातें तुम्हारी
तड़पेगी मोहब्बत हमारी
मेरे यार शब्बा-ख़ैर...
मैं धरती तू आसमान
मेरी हस्ती पे छा गया तू
सीने के सुर्ख बाग में
दिल बन के आ गया तू
अब रहने दे निगाहों में मस्ती
हो बसा ली मैंने ख्वाबों की बस्ती
मेरे यार शब्बा-ख़ैर...
ये चंचल ये हसीन रात
हाय काश आज न आती
हर दिन के बाद रात है
इक दिन तो ठहर जाती
कोई हमसे बिछड़ के न जाता
जीना का मज़ा आ जाता
मेरे यार शब्बा-ख़ैर...
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