Music By: कौशिक-गुड्डू
Lyrics By: कुणाल वर्मा
Performed By: मोहित चौहान, सौम्या उपाध्याय
तुमने मेरी बेनूर ज़िंदगी सजा दी
रूठी सुबहें फिर दिला दी
पहले ना यूँ ख़्वाबों के जैसी दुनिया थी
आधी अधूरी खुशियाँ थीं
मेरा जहां पूरा हुआ
तुझमे हूँ मैं डूबा हुआ
कैसे करूँ तारीफ़ मैं
तू ही बता
तेरी अदा, तेरी अदा
दिल ले गयी तेरी अदा
सबसे हसीं सबसे जुदा
तेरी अदा, तेरी अदा
मौसम बदलते हैं मेरे
आने से जाने से तेरे
तू हवा सा चल रहा है
पहले कदम से दिलों की
तेरी मेरी मंज़िलों की
तू कहानी लिख रहा है
मेरा जहाँ पूरा हुआ
तुझमें हूँ मैं डूबा हुआ
कैसे करूँ तारीफ़ मैं
तू ही बता, हाँ
तेरी अदा...
लिखा है लिखा है लिखा है लकीरों में
कोई सकेगा ना मिटा
खिला है खिला है खिला है सवेरा ये
तू ले के आया जब सुबह
लिखा है लिखा है लिखा है लकीरों में...
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