एक सुनहरी शाम थी - Ek Sunehri Shaam Thi (Lata Mangeshkar, Aao Pyar Karen)

Movie/Album: आओ प्यार करें (1964)
Music By: उषा खन्ना
Lyrics By: राजेंद्र कृष्ण
Performed By: लता मंगेशकर

एक सुनहरी शाम थी
बहकी-बहकी ज़िन्दगी
राह में हम-तुम मिले
मेरी पलकों के तले
आशियाँ तेरा बन गया
एक सुनहरी शाम...

दो कदम मिलकर चले तो
फासले कम हो गये
प्यार ने दुनिया बदल दी
क्या से क्या हम हो गये
शोले शबनम हो गये
एक सुनहरी शाम थी...

शाम तो अब तक वही है
रंग है लेकिन जुदा
जाने किस वादी में अपना
काफ़िला गुम हो गया
फिर है दिल तन्हाँ मेरा
एक सुनहरी शाम थी...

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