Movie/Album: विक्की डोनर (2012)
Music By: अभिषेक-अक्षय
Lyrics By: स्वानन्द किरकिरे
Performed By: विशाल ददलानी, सुनिधि चौहान, बन्न चक्रबर्ती
लम्हें वेले लम्हें
वेले पल ये
इधर-उधर टहल रहे
सहमें सहमें दिल भी
कह रहे हैं बिना तेरे
मर जाईयाँ
तेरे बिन मर जाईयाँ
मर जाईयाँ
तेरे बिन मर जाईयाँ रे...
दिल में कोई रग यूँ धड़कती है
के जैसे बिजली सी दौड़े
साँसें तेरी साँसें जलाती हैं, बिना तेरे
मर जाइयाँ
तेरे बिन मर जाइयाँ रे...
गिरहों को सुलझा
तेरे बिन क्या जीना
बता मुझे बता मुझे
आ भी जा, आ भी जा
लम्हें वेले लम्हें
वेले पल ये
इधर उधर टहल रहे हैं
सहमें सहमें दिल भी कह रहे हैं
मर जाइयाँ
तेरे बिन मर जाइयाँ रे...
बान
यादें तेरी बातें
जलाती है ज़िन्दगी
रातें काली रातें
डराती हैं सताती हैं
मर जाइयाँ
तेरे बिन मर जाइयाँ रे...
टूटे-टूटे दिल ने
मेरे दिल में धुआँ
तू बन के रहती है
नोचे और खरोंचे
तेरे वादे तेरी बातें
मर जाईयाँ
तेरे बिन मर जाईयाँ रे...
मेरे लिए जो नहीं
खुद के लिए तो आ
सता मुझे, रुला मुझे
तू जो नहीं है तू
ग़म भी नहीं कोई
आ भी जा, आ भी जा
मर जाईयाँ
तेरे बिन मर जाईयाँ रे...
होंगे थोड़े शिकवे
थोड़ी बहसें थोड़ी सी गर्मी के लम्हें
आ जा, आ के कर ले
उम्मीदों के टुकड़े-टुकड़े
मर जाईयाँ
तेरे बिन मर जाईयाँ रे...
Music By: अभिषेक-अक्षय
Lyrics By: स्वानन्द किरकिरे
Performed By: विशाल ददलानी, सुनिधि चौहान, बन्न चक्रबर्ती
लम्हें वेले लम्हें
वेले पल ये
इधर-उधर टहल रहे
सहमें सहमें दिल भी
कह रहे हैं बिना तेरे
मर जाईयाँ
तेरे बिन मर जाईयाँ
मर जाईयाँ
तेरे बिन मर जाईयाँ रे...
दिल में कोई रग यूँ धड़कती है
के जैसे बिजली सी दौड़े
साँसें तेरी साँसें जलाती हैं, बिना तेरे
मर जाइयाँ
तेरे बिन मर जाइयाँ रे...
गिरहों को सुलझा
तेरे बिन क्या जीना
बता मुझे बता मुझे
आ भी जा, आ भी जा
लम्हें वेले लम्हें
वेले पल ये
इधर उधर टहल रहे हैं
सहमें सहमें दिल भी कह रहे हैं
मर जाइयाँ
तेरे बिन मर जाइयाँ रे...
बान
यादें तेरी बातें
जलाती है ज़िन्दगी
रातें काली रातें
डराती हैं सताती हैं
मर जाइयाँ
तेरे बिन मर जाइयाँ रे...
टूटे-टूटे दिल ने
मेरे दिल में धुआँ
तू बन के रहती है
नोचे और खरोंचे
तेरे वादे तेरी बातें
मर जाईयाँ
तेरे बिन मर जाईयाँ रे...
मेरे लिए जो नहीं
खुद के लिए तो आ
सता मुझे, रुला मुझे
तू जो नहीं है तू
ग़म भी नहीं कोई
आ भी जा, आ भी जा
मर जाईयाँ
तेरे बिन मर जाईयाँ रे...
होंगे थोड़े शिकवे
थोड़ी बहसें थोड़ी सी गर्मी के लम्हें
आ जा, आ के कर ले
उम्मीदों के टुकड़े-टुकड़े
मर जाईयाँ
तेरे बिन मर जाईयाँ रे...
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