Movie/Album: रज़िया सुल्तान (1983)
Music By: खय्याम
Lyrics By: जाँ निसार अख्तर
Performed By: कब्बन मिर्ज़ा
ख़ुदा ख़ैर करे
आई ज़ंजीर की झनकार, ख़ुदा ख़ैर करे
दिल हुआ किसका गिरफ्तार, ख़ुदा ख़ैर करे
आई ज़ंजीर की...
जाने ये कौन मेरी रूह को छू कर ग़ुज़रा
एक क़यामत हुई बेदार, ख़ुदा ख़ैर करे
लम्हा लम्हा मेरी आँखों में खिंची जाती है
एक चमकती हुई तलवार, ख़ुदा ख़ैर करे
दिल हुआ किसका...
ख़ून दिल का न छलक जाए मेरी आँखों से
हो न जाए कहीं इज़हार, ख़ुदा खैर करे
Music By: खय्याम
Lyrics By: जाँ निसार अख्तर
Performed By: कब्बन मिर्ज़ा
ख़ुदा ख़ैर करे
आई ज़ंजीर की झनकार, ख़ुदा ख़ैर करे
दिल हुआ किसका गिरफ्तार, ख़ुदा ख़ैर करे
आई ज़ंजीर की...
जाने ये कौन मेरी रूह को छू कर ग़ुज़रा
एक क़यामत हुई बेदार, ख़ुदा ख़ैर करे
लम्हा लम्हा मेरी आँखों में खिंची जाती है
एक चमकती हुई तलवार, ख़ुदा ख़ैर करे
दिल हुआ किसका...
ख़ून दिल का न छलक जाए मेरी आँखों से
हो न जाए कहीं इज़हार, ख़ुदा खैर करे
दिल हुआ किसका गिरफ्तार or फिर हुआ किसका गिरफ्तार?
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