Movie/Album: जब वी मेट (2007)
Music By: प्रीतम चक्रबर्ती
Lyrics By: इरशाद कामिल
Performed By: सोनू निगम, जावेद अली
होए रंग पुरेदी रंग रंगीली
लड़की छैल छबीली
उसदे चंचल नैन कटार
अरे चंचल नैन कटार ते उसदा
रूप बना हथियार
उसके रूप से कतल हुए तो
चर्चा शुरू हुआ
नगाड़ा नगाड़ा नगाड़ा बजा
नगाड़ा नगाड़ा नगाड़ा बजा
हो रंग पुरेदी रंग रंगीली
छैल छबीली नार
चंचल नैन कटार ते
उसदा रूप तेज़ तलवार
उसके रूप से कतल हुए तो
चर्चा शुरू हुआ
नगाड़ा नगाड़ा नगाड़ा बजा...
जब भी वो लड़की, खिड़की पे आए
कोई उसको देख मरे
कोई बिन देखे मर जाए
अरे गुज़रे गली मोहल्ले से
तो मेला सा लग जाता था
हर इक आशिक ईद मनाता
भंगड़ा गाता था
खतम ना होता दीवानों का
जलसा शुरू हुआ
नगाड़ा नगाड़ा नगाड़ा बजा...
मेरी भरी जवानी वे, राँझणा जो गन्ने दी कोरी
नैना नू समझा ले, ए करदे रूप मेरे दी चोरी
मेरी भरी जवानी वे राँझणा...
अरे बचपन से उसका, एक दीवाना था
जिसका काम गली के आशिक परे हटाना था
दिल से जिसको मान रहा था
अपने दिल की राणी वो
और किसी पे ही यारों मरती थी मरजाणी वो
एक कहानी ख़तम तो दूजा किस्सा शुरू हुआ
नगाड़ा नगाड़ा नगाड़ा बजा...
Music By: प्रीतम चक्रबर्ती
Lyrics By: इरशाद कामिल
Performed By: सोनू निगम, जावेद अली
होए रंग पुरेदी रंग रंगीली
लड़की छैल छबीली
उसदे चंचल नैन कटार
अरे चंचल नैन कटार ते उसदा
रूप बना हथियार
उसके रूप से कतल हुए तो
चर्चा शुरू हुआ
नगाड़ा नगाड़ा नगाड़ा बजा
नगाड़ा नगाड़ा नगाड़ा बजा
हो रंग पुरेदी रंग रंगीली
छैल छबीली नार
चंचल नैन कटार ते
उसदा रूप तेज़ तलवार
उसके रूप से कतल हुए तो
चर्चा शुरू हुआ
नगाड़ा नगाड़ा नगाड़ा बजा...
जब भी वो लड़की, खिड़की पे आए
कोई उसको देख मरे
कोई बिन देखे मर जाए
अरे गुज़रे गली मोहल्ले से
तो मेला सा लग जाता था
हर इक आशिक ईद मनाता
भंगड़ा गाता था
खतम ना होता दीवानों का
जलसा शुरू हुआ
नगाड़ा नगाड़ा नगाड़ा बजा...
मेरी भरी जवानी वे, राँझणा जो गन्ने दी कोरी
नैना नू समझा ले, ए करदे रूप मेरे दी चोरी
मेरी भरी जवानी वे राँझणा...
अरे बचपन से उसका, एक दीवाना था
जिसका काम गली के आशिक परे हटाना था
दिल से जिसको मान रहा था
अपने दिल की राणी वो
और किसी पे ही यारों मरती थी मरजाणी वो
एक कहानी ख़तम तो दूजा किस्सा शुरू हुआ
नगाड़ा नगाड़ा नगाड़ा बजा...
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