Music By: आनंद भास्कर
Lyrics By: गिन्नी दीवान
Performed By: विजया शंकर
ललनवा ललनवा, आवे ललनवा
ललनवा ललनवा, तोहरा ललनवा
(अरी ओ रहुआ, गाओ ना तने
काहे नर्वसा रही हो?
मुँह में का घुसा है?
हें? चलो गाओ सारे)
ललनवा ललनवा, आवे ललनवा
ललनवा ललनवा, नन्हा ललनवा
ललनवा ललनवा, आवे ललनवा
ललनवा ललनवा, तोहरा ललनवा
गावे रे गावे सखियाँ ये सोहरवा
कान्हा के जैसे होवे तोहरा ललनवा
मोर मुकुट सर पैर पैजनवा
कान्हा के जैसे होवे तोहरा ललनवा
जैसन हो माई होवे वैसा ही ललवा
डगमग आवे घर नटखट ललना
सूरज सा मुख उ का चनवा सा पलना
छँट जावे कारी करजवा की रतियाँ
गावे रे गावे सखियाँ ये सोहरवा
कान्हा के जैसे होवे तोहरा ललनवा
मोर मुकुट सर पैर पैजनवा
कान्हा के जैसे होवे तोहरा ललनवा
बधाई, ओ
बधाई मैं चली जाऊँ ओर बिरज में
सुहावन हुई रैना भोर बिरज में
किलकारी सजली जाऊँ ओर बिरज में
सिधारे नंदलाल गोपाल बिरज में
गावे रे गावे सखियाँ...
ललनवा
तोहरे आँगन में खेले ललनवा
गावे रे गावे सखियाँ...
ललनवा ललनवा...
No comments :
Post a Comment
यह वेबसाइट/गाना पसंद है? तो कुछ लिखें...