Music By: शंकर-एहसान-लॉय
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: शंकर महादेवन, सूरज जगन, जॉय बरुआ
चलो ना, ढूँढें शहर नया
जहाँ मुस्कुराहटें हैं बिखरी
जहाँ से ग़म का मौसम गया
जहाँ मीठी बातें हर एक अजनबी से हो
भूले हम भी जो सारी फिक्रें
लम्हा-लम्हा खुशियाँ बिखरें
इधर-उधर और यहाँ-वहाँ
जाएँ वहीं, दिल कहे जहाँ
बेबी बेबी बेबी बेबी
कब तक गिनें हम धड़कनें
दिल जैसे धड़के, धड़कने दो
क्यों है कोई आग दबी
शोला जो भड़के, भड़कने दो
हे चलो ना, गाएँ नए-नए गीत
खेल ऐसा क्यों न कोई खेलें
जिसमें सभी की हो जीत
इन दिनों फूल और तारे
कोई भी देखता नहीं
देखे उनको दीवाने हो के
कोई कितना भी हमको टोके
खुली हवा हो खुला समाँ
जागे हुए हो सब अरमाँ
बेबी, कब तक गिनें...
हमसे दिल ने कही जो बातें
आओ मान लें
जिस पे चलता नहीं है कोई
राह वो चले
थोड़ी आवारगी हो
थोड़ी-थोड़ी मदहोशियाँ हो
बेबी हम हो तुम हो
बेबी, टेल मी कब तक गिनें...
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