जब भी मिलते हो - Jab Bhi Miltey Ho (Hariharan, Waqt Par Bolna)

Movie/Album: वक़्त पर बोलना (2007)
Music By: हरिहरन
Lyrics By: शकील आज़मी
Performed By: हरिहरन

जब भी मिलते हो मुस्कुराते हो
इतनी ख़ुशियाँ कहाँ से लाते हो

रोज़ करते हो एक नया वादा
रोज़ एक वादा भूल जाते हो
इतनी ख़ुशियाँ...

पास आने में कुछ मज़े भी हैं
दूर से क्या फ़रेब खाते हो
इतनी ख़ुशियाँ...

मेरी यादों की रहगुज़र में 'शकील'
तुम हज़ारों दीये जलाते हो
इतनी ख़ुशियाँ...

No comments :

Post a Comment

यह वेबसाइट/गाना पसंद है? तो कुछ लिखें...