Movie/Album: यादगार (1970)
Music By: कल्याणजी-आनंदजी
Lyrics By: इन्दीवर
Performed By: महेंद्र कपूर
आये जहाँ भगवान से पहले, किसी धनवान का नाम
उस मंदिर के द्वार खड़े खुद, रोये कृष्ण को राम
धनवान को पहले मिले भगवान के दर्शन
दर्शन को तरसता रहे जो भक्त हो निर्धन
ये दक्षिणा की रीत, ये पंडो को छ्लावे
दुकान में बिकते हुए मंदिर के चढ़ावे
ऐसे ही अगर धरम का व्यापार चलेगा
भगवान का दुनिया में कोई नाम न लेगा
ऐसी जगह पे जा के तू कुछ भी न पाएगा
भगवान ऐसा मंदिर खुद छोड़ जाएगा
छोड़ जाएगा, छोड़ जाएगा
वो खेत में मिलेगा, खलिहान में मिलेगा
भगवान तो ऐ बन्दे, इन्सान में मिलेगा
वो खेत में मिलेगा...
धनवान जो है झूठा, शैतान के बराबर
निर्धन अगर है सच्चा, भगवान के बराबर
वो ढोंग में नहीं है, ईमान में मिलेगा
वो खेत में मिलेगा...
गंगा से भी है पावन, मजदूर का पसीना
पानी न कोई समझे, अनमोल ये नगीना
ऐसे ही पसीनों के निर्माण में मिलेगा
वो खेत में मिलेगा...
Music By: कल्याणजी-आनंदजी
Lyrics By: इन्दीवर
Performed By: महेंद्र कपूर
आये जहाँ भगवान से पहले, किसी धनवान का नाम
उस मंदिर के द्वार खड़े खुद, रोये कृष्ण को राम
धनवान को पहले मिले भगवान के दर्शन
दर्शन को तरसता रहे जो भक्त हो निर्धन
ये दक्षिणा की रीत, ये पंडो को छ्लावे
दुकान में बिकते हुए मंदिर के चढ़ावे
ऐसे ही अगर धरम का व्यापार चलेगा
भगवान का दुनिया में कोई नाम न लेगा
ऐसी जगह पे जा के तू कुछ भी न पाएगा
भगवान ऐसा मंदिर खुद छोड़ जाएगा
छोड़ जाएगा, छोड़ जाएगा
वो खेत में मिलेगा, खलिहान में मिलेगा
भगवान तो ऐ बन्दे, इन्सान में मिलेगा
वो खेत में मिलेगा...
धनवान जो है झूठा, शैतान के बराबर
निर्धन अगर है सच्चा, भगवान के बराबर
वो ढोंग में नहीं है, ईमान में मिलेगा
वो खेत में मिलेगा...
गंगा से भी है पावन, मजदूर का पसीना
पानी न कोई समझे, अनमोल ये नगीना
ऐसे ही पसीनों के निर्माण में मिलेगा
वो खेत में मिलेगा...
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