Movie/Album: जानी दुश्मन (1979)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: वर्मा मलिक
Performed By: आशा भोंसले, मो.रफ़ी
तेरे हाथों में पहना के चूड़ियाँ, ओ चूड़ियाँ
हाथों में पहना के चूड़ियाँ
ओ तेरे हाथों में पहना के चूड़ियाँ
के मौज बंजारा ले गया
के मौज बंजारा ले गया, ले गया
तेरे हाथों में...
तूने दिल तक तो मेरा ले लिया, ले लिया
तूने दिल तक तो मेरा ले लिया
के वो क्या बेचारा ले गया
के वो क्या बेचारा ले गया, ले गया
तूने दिल तक तो...
मेरे सामने ही कोई बेगाना
के रूप का नज़ारा ले गया
के रूप का नज़ारा ले गया, ले गया
तू जलता है क्यूँ रे दीवाने
के वो क्या तुम्हारा ले गया
के वो क्या तुम्हारा ले गया, ले गया
तेरे हाथों में...
इसे मेरे ही तू नाम लगा दे
जवानी तेरे किस काम की
दिल लेगा कोई मेरा दिलवालाये बात नहीं तेरे बस की, बस की
आज हुस्न का जलवा दे-दे
तो कल से मैं तौबा कर लूँ
साल सत्रह सम्भाला इसे मैंनेरे ऐसे कैसे तुझे सौंप दूँ
तेरे हाथों में पहना के...
तेरे होंठों से लिपट जाऊँ सजनी
मैं सुर्ख़ी का रंग बन के
तेरे जैसे कई लुट गए कंवारे
पायल मेरी जब छनके, जब छनकेगोरा रंग ना किसी का होए
के सारा जग बैरी हो जाए
सारे जग से निपट लूँ अकेली
के पहले तू जो मेरा हो जाए
छोड़ो झगड़े मिला लो दिल को
न रहो ऐसे तन-तन के
तेरे घर में उजाला कर दे
तू ले जा इसे दूल्हा बन के, दूल्हा बन के
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: वर्मा मलिक
Performed By: आशा भोंसले, मो.रफ़ी
तेरे हाथों में पहना के चूड़ियाँ, ओ चूड़ियाँ
हाथों में पहना के चूड़ियाँ
ओ तेरे हाथों में पहना के चूड़ियाँ
के मौज बंजारा ले गया
के मौज बंजारा ले गया, ले गया
तेरे हाथों में...
तूने दिल तक तो मेरा ले लिया, ले लिया
तूने दिल तक तो मेरा ले लिया
के वो क्या बेचारा ले गया
के वो क्या बेचारा ले गया, ले गया
तूने दिल तक तो...
मेरे सामने ही कोई बेगाना
के रूप का नज़ारा ले गया
के रूप का नज़ारा ले गया, ले गया
तू जलता है क्यूँ रे दीवाने
के वो क्या तुम्हारा ले गया
के वो क्या तुम्हारा ले गया, ले गया
तेरे हाथों में...
इसे मेरे ही तू नाम लगा दे
जवानी तेरे किस काम की
दिल लेगा कोई मेरा दिलवालाये बात नहीं तेरे बस की, बस की
आज हुस्न का जलवा दे-दे
तो कल से मैं तौबा कर लूँ
साल सत्रह सम्भाला इसे मैंनेरे ऐसे कैसे तुझे सौंप दूँ
तेरे हाथों में पहना के...
तेरे होंठों से लिपट जाऊँ सजनी
मैं सुर्ख़ी का रंग बन के
तेरे जैसे कई लुट गए कंवारे
पायल मेरी जब छनके, जब छनकेगोरा रंग ना किसी का होए
के सारा जग बैरी हो जाए
सारे जग से निपट लूँ अकेली
के पहले तू जो मेरा हो जाए
छोड़ो झगड़े मिला लो दिल को
न रहो ऐसे तन-तन के
तेरे घर में उजाला कर दे
तू ले जा इसे दूल्हा बन के, दूल्हा बन के
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