Movie/Album: ये दिल्लगी (1994)
Music By: दिलीप सेन-समीर सेन
Lyrics By: समीर
Performed By: अभिजीत भट्टाचार्य
जब भी कोई लड़की देखूँ
मेरा दिल दीवाना बोले
ओले-ओले-ओले ओले-ओले-ओले
गाऊँ ताराना यारा
झूम-झूम के हौले-हौले
ओले-ओले-ओले ओले-ओले-ओले
मुझको लुभाती हैं जवानियाँ
मस्ती लुटाती ज़िन्दगानियाँ
माने ना कहना पागल मस्त पवन-सा दिल ये डोले
ओले-ओले...
कोई माने या ना माने, मैं हूँ आशिक़ आवारा
मैं सौदाई दीवाना, मुझको चाहत ने मारा
ये चिकने-चिकने चेहरे, ये गोरी-गोरी बाहें
बेचैन मुझे करती हैं, ये चंचल शोख अदायें
मुझको मिली हैं ये बेचैनियाँ
लिखूँ खयालों में कहानियाँ
देखूँ जहाँ कोई शम्मा, संग उसी के होले-होले
ओले-ओले...
मैं तो डूबा रहता हूँ, यादों की रंगरलियों में
मेरे सपनों का घर है, महबूबा की गलियों में
दीदार जो हो परियों का, मैं बेकाबू हो जाऊँ
रंगीन लगे ये दुनिया, मैं ख़्वाबों में खो जाऊँ
माँगूँ हसीनों से निशानियाँ
बहके शबाबों की ये रवानियाँ
हुस्न का जलवा मेरी इन आँखों का पर्दा खोले
ओले-ओले...
Music By: दिलीप सेन-समीर सेन
Lyrics By: समीर
Performed By: अभिजीत भट्टाचार्य
जब भी कोई लड़की देखूँ
मेरा दिल दीवाना बोले
ओले-ओले-ओले ओले-ओले-ओले
गाऊँ ताराना यारा
झूम-झूम के हौले-हौले
ओले-ओले-ओले ओले-ओले-ओले
मुझको लुभाती हैं जवानियाँ
मस्ती लुटाती ज़िन्दगानियाँ
माने ना कहना पागल मस्त पवन-सा दिल ये डोले
ओले-ओले...
कोई माने या ना माने, मैं हूँ आशिक़ आवारा
मैं सौदाई दीवाना, मुझको चाहत ने मारा
ये चिकने-चिकने चेहरे, ये गोरी-गोरी बाहें
बेचैन मुझे करती हैं, ये चंचल शोख अदायें
मुझको मिली हैं ये बेचैनियाँ
लिखूँ खयालों में कहानियाँ
देखूँ जहाँ कोई शम्मा, संग उसी के होले-होले
ओले-ओले...
मैं तो डूबा रहता हूँ, यादों की रंगरलियों में
मेरे सपनों का घर है, महबूबा की गलियों में
दीदार जो हो परियों का, मैं बेकाबू हो जाऊँ
रंगीन लगे ये दुनिया, मैं ख़्वाबों में खो जाऊँ
माँगूँ हसीनों से निशानियाँ
बहके शबाबों की ये रवानियाँ
हुस्न का जलवा मेरी इन आँखों का पर्दा खोले
ओले-ओले...
this song remained my childhood ole ole
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