Movie/Album: भाभी (1957)
Music By: चित्रगुप्त
Lyrics By: राजेंद्र कृष्ण
Performed By: मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर
छुपा कर मेरी आँखों को
वो पूछें कौन है जी हम
मैं कैसे नाम लूँ उनका
जो दिल में रहते है हर दम
न जब तक देख लें वो दिल
तो कैसे ऐतबार आये
तुम्हारे इस अदा पर भी
हमारे दिल को प्यार आये
तुम्हारी ये शिकायत भी
मोहब्बत से नहीं है कम
छुपा कर मेरी आँखों...
नहीं हम यूँ न मानेंगे
तो कैसे तुमको समझाएँ
दिखा दो दिल हमें अपना
कहाँ से दिल को हम लाये
के दे रखा है वो तुमको
दिखा सकते हैं कैसे हम
छुपा कर मेरी आँखों...
दिया था किसलिए बोलो
अमानत ही तुम्हारी थी
ये जब तक पास था अपने
अजब सी बेकरारी थी
चलो छोड़ो गिले-शिकवे
हुआ है चाँद भी मद्धम
छुपा कर मेरी आँखों...
Music By: चित्रगुप्त
Lyrics By: राजेंद्र कृष्ण
Performed By: मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर
छुपा कर मेरी आँखों को
वो पूछें कौन है जी हम
मैं कैसे नाम लूँ उनका
जो दिल में रहते है हर दम
न जब तक देख लें वो दिल
तो कैसे ऐतबार आये
तुम्हारे इस अदा पर भी
हमारे दिल को प्यार आये
तुम्हारी ये शिकायत भी
मोहब्बत से नहीं है कम
छुपा कर मेरी आँखों...
नहीं हम यूँ न मानेंगे
तो कैसे तुमको समझाएँ
दिखा दो दिल हमें अपना
कहाँ से दिल को हम लाये
के दे रखा है वो तुमको
दिखा सकते हैं कैसे हम
छुपा कर मेरी आँखों...
दिया था किसलिए बोलो
अमानत ही तुम्हारी थी
ये जब तक पास था अपने
अजब सी बेकरारी थी
चलो छोड़ो गिले-शिकवे
हुआ है चाँद भी मद्धम
छुपा कर मेरी आँखों...
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