Movie/Album: मधुमती (1958)
Music By: सलिल चौधरी
Lyrics By: शैलेन्द्र
Performed By: मोहम्मद रफ़ी
जंगल में मोर नाचा
किसी ने ना देखा हाय
हम जो थोड़ी-सी पी के ज़रा झूमे
हाय रे सबने देखा
जंगल में मोर नाचा...
गोरी की गोल-गोल अँखियाँ शराबी
कर चुकी हैं कैसे-कैसों की खराबी
इनका ये ज़ोर ज़ुल्म किसी ने ना देखा
हम जो थोड़ी सी...
किसी को हरे-हरे नोट का नशा है
किसी को बूट-सूट कोट का नशा है
यारों हमें तो नौ टांक का नशा है
हम जो थोड़ी सी...
Music By: सलिल चौधरी
Lyrics By: शैलेन्द्र
Performed By: मोहम्मद रफ़ी
जंगल में मोर नाचा
किसी ने ना देखा हाय
हम जो थोड़ी-सी पी के ज़रा झूमे
हाय रे सबने देखा
जंगल में मोर नाचा...
गोरी की गोल-गोल अँखियाँ शराबी
कर चुकी हैं कैसे-कैसों की खराबी
इनका ये ज़ोर ज़ुल्म किसी ने ना देखा
हम जो थोड़ी सी...
किसी को हरे-हरे नोट का नशा है
किसी को बूट-सूट कोट का नशा है
यारों हमें तो नौ टांक का नशा है
हम जो थोड़ी सी...
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