Movie/Album: फ़ितूर (2016)
Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: स्वानंद किरकिरे
Performed By: नंदिनी श्रीकर, ज़ेब बंगाश
होने दो बतियाँ
कोने में दिल के प्यार पड़ा है
तन्हाँ-तन्हाँ दिलों की दिल से
होने दो बतियाँ, होने दो बातें
होने दो बतियाँ, होने दो बातें
होने दो बतियाँ, होने दो बतियाँ
सीने में छुपके धड़के दिल
तन्हाँ-तन्हाँ दिलों की दिल से
होने दो बतियाँ, होने दो बातें
रात के दर पे कब से खड़ी है
भीनी-भीनी सुबह
खोलो झरोखे फ़िज़ा है बेनूर
संग चले हैं, संग पले हैं
धूप छैय्याँ दोनों
सुनो बातों से बनती है बातें बोलो
होने दो बतियाँ...
मैं भी हूँ माटी, तू भी है माटी
तेरा मेरा क्या है
क्यों हैं खड़े हम, खुद से इतनी दूर
साँसों में तेरी, साँसों में मेरी
एक ही तो हवा है
मर जायेंगे हम
यूँ ना हमको छोड़ो
होने दो बतियाँ...
Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: स्वानंद किरकिरे
Performed By: नंदिनी श्रीकर, ज़ेब बंगाश
होने दो बतियाँ
कोने में दिल के प्यार पड़ा है
तन्हाँ-तन्हाँ दिलों की दिल से
होने दो बतियाँ, होने दो बातें
होने दो बतियाँ, होने दो बातें
होने दो बतियाँ, होने दो बतियाँ
सीने में छुपके धड़के दिल
तन्हाँ-तन्हाँ दिलों की दिल से
होने दो बतियाँ, होने दो बातें
रात के दर पे कब से खड़ी है
भीनी-भीनी सुबह
खोलो झरोखे फ़िज़ा है बेनूर
संग चले हैं, संग पले हैं
धूप छैय्याँ दोनों
सुनो बातों से बनती है बातें बोलो
होने दो बतियाँ...
मैं भी हूँ माटी, तू भी है माटी
तेरा मेरा क्या है
क्यों हैं खड़े हम, खुद से इतनी दूर
साँसों में तेरी, साँसों में मेरी
एक ही तो हवा है
मर जायेंगे हम
यूँ ना हमको छोड़ो
होने दो बतियाँ...
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