Movie/Album: दोस्ताना (1980)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: लता मंगेशकर
कितना आसाँ है कहना भूल जाओ
कितना मुश्किल है पर भूल जाना
हो ना जाना ना जाना
कितना आसाँ है कहना...
बिन सोचे बिन समझे लोग, माझी तो बन जाते हैं
उनको ये मालूम नहीं, के तूफाँ भी आते हैं
कितना आसाँ है माझी बन जाना
कितना मुश्किल है पार लगाना
कितना आसाँ है कहना...
हाँ तुमको है दर्द बड़ा, इसी दुनिया की रस्मों का
उलफत में जो खाई थीं, क्या होगा उन कसमों का
कितना आसाँ है वादे तोड़ देना
कितना मुश्किल है वादा निभाना
कितना आसाँ है कहना...
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: लता मंगेशकर
कितना आसाँ है कहना भूल जाओ
कितना मुश्किल है पर भूल जाना
हो ना जाना ना जाना
कितना आसाँ है कहना...
बिन सोचे बिन समझे लोग, माझी तो बन जाते हैं
उनको ये मालूम नहीं, के तूफाँ भी आते हैं
कितना आसाँ है माझी बन जाना
कितना मुश्किल है पार लगाना
कितना आसाँ है कहना...
हाँ तुमको है दर्द बड़ा, इसी दुनिया की रस्मों का
उलफत में जो खाई थीं, क्या होगा उन कसमों का
कितना आसाँ है वादे तोड़ देना
कितना मुश्किल है वादा निभाना
कितना आसाँ है कहना...
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