Movie/Album: रास्ते प्यार के (1982)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: लता मंगेशकर
मिट गयी हज़ारों जवानियाँ
देनी पड़ी जिन्हें क़ुर्बानियाँ
याद आती हैं उनकी कहानियाँ
ज़िन्दगी ने जिन्हें छोड़ा मार के
टेढ़े-मेढ़े ऊँचे-नीचे लंबे-लंबे रास्ते प्यार के
क्या पता कौन कब कहाँ
बैठ जाए थक हार के
टेढ़े-मेढ़े ऊँचे-नीचे लंबे...
ज़ख़्मों के निशाँ सिलते नहीं
यादों के चमन खिलते नहीं
बिछड़े तो फिर कहीं मिलते नहीं
दो पंछी कभी इक डार के, इक डार के
टेढ़े-मेढ़े ऊँचे-नीचे लंबे...
फैसला ये हमें मंज़ूर है
फासला ये हमें मंज़ूर है
अपनी मंज़िल बहुत ही दूर है
रुक गये हम किसी को पुकार के, पुकार के
टेढ़े-मेढ़े ऊँचे-नीचे लंबे...
इस मोहब्बत के क़ाबिल हम नहीं
हमको अपना ज़रा भी गम नहीं
कोई खुश हो खुशी ये कम नहीं
हम चलें रात ग़म की गुज़ार के, गुज़ार के
टेढ़े-मेढ़े ऊँचे-नीचे लंबे...
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: लता मंगेशकर
मिट गयी हज़ारों जवानियाँ
देनी पड़ी जिन्हें क़ुर्बानियाँ
याद आती हैं उनकी कहानियाँ
ज़िन्दगी ने जिन्हें छोड़ा मार के
टेढ़े-मेढ़े ऊँचे-नीचे लंबे-लंबे रास्ते प्यार के
क्या पता कौन कब कहाँ
बैठ जाए थक हार के
टेढ़े-मेढ़े ऊँचे-नीचे लंबे...
ज़ख़्मों के निशाँ सिलते नहीं
यादों के चमन खिलते नहीं
बिछड़े तो फिर कहीं मिलते नहीं
दो पंछी कभी इक डार के, इक डार के
टेढ़े-मेढ़े ऊँचे-नीचे लंबे...
फैसला ये हमें मंज़ूर है
फासला ये हमें मंज़ूर है
अपनी मंज़िल बहुत ही दूर है
रुक गये हम किसी को पुकार के, पुकार के
टेढ़े-मेढ़े ऊँचे-नीचे लंबे...
इस मोहब्बत के क़ाबिल हम नहीं
हमको अपना ज़रा भी गम नहीं
कोई खुश हो खुशी ये कम नहीं
हम चलें रात ग़म की गुज़ार के, गुज़ार के
टेढ़े-मेढ़े ऊँचे-नीचे लंबे...
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