Movie/Album: देवदास (1955)
Music By: सचिन देव बर्मन
Lyrics By: साहिर लुधयानवी
Performed By: गीता दत्त, मन्ना डे
साजन की हो गयी गोरी
हाय, हाय रे
अब घर का आँगन बिदेस लागे रे, साजन
हाय हाय साजन की हो गयी...
सूनी सी लागे मैके की गलियां
भायें न न
भायें न अब देखो बचपन की सखियाँ
नैनों में झूमे पैरों की लड़ियाँ
मन को लुभाये सजियाँ की कलियाँ
हर स्वास पी का, हर स्वास पी का, संदेस लागे रे
अब घर का आँगन बिदेस लागे रे
साजन हाय हाय
साजन की हो गयी गोरी...
कुछ जागी-जागी, कुछ सोयी सोयी
कुछ जागी-जागी
बैठी है राधे, हो देखो, हो देखो
बैठी है राधे सपनों में खोयी
देखो बैठी है राधे
छेड़ा तो समझो के रोई की रोई
ऐसे में इसको टोके ना कोई
नाजुक सपन, नाजुक सपन पे ना ठेस लागे रे
अब घर का आँगन बिदेस लागे रे
साजन हाय हाय
साजन की हो गयी गोरी...
बढ़ती है पल पल अग्नि लगन की
बढ़ती है पल पल
चटके है नस-नस कोमल बदन की
चटके है नस-नस
हम जानते हैं सब इसके मन की
अब हो चुकी ये अपने सजन की
नैहर का जीवन, नैहर का जीवन कलेस लागे रे
अब घर का आँगन बिदेस लागे रे
साजन की हो गयी गोरी...
Music By: सचिन देव बर्मन
Lyrics By: साहिर लुधयानवी
Performed By: गीता दत्त, मन्ना डे
साजन की हो गयी गोरी
हाय, हाय रे
अब घर का आँगन बिदेस लागे रे, साजन
हाय हाय साजन की हो गयी...
सूनी सी लागे मैके की गलियां
भायें न न
भायें न अब देखो बचपन की सखियाँ
नैनों में झूमे पैरों की लड़ियाँ
मन को लुभाये सजियाँ की कलियाँ
हर स्वास पी का, हर स्वास पी का, संदेस लागे रे
अब घर का आँगन बिदेस लागे रे
साजन हाय हाय
साजन की हो गयी गोरी...
कुछ जागी-जागी, कुछ सोयी सोयी
कुछ जागी-जागी
बैठी है राधे, हो देखो, हो देखो
बैठी है राधे सपनों में खोयी
देखो बैठी है राधे
छेड़ा तो समझो के रोई की रोई
ऐसे में इसको टोके ना कोई
नाजुक सपन, नाजुक सपन पे ना ठेस लागे रे
अब घर का आँगन बिदेस लागे रे
साजन हाय हाय
साजन की हो गयी गोरी...
बढ़ती है पल पल अग्नि लगन की
बढ़ती है पल पल
चटके है नस-नस कोमल बदन की
चटके है नस-नस
हम जानते हैं सब इसके मन की
अब हो चुकी ये अपने सजन की
नैहर का जीवन, नैहर का जीवन कलेस लागे रे
अब घर का आँगन बिदेस लागे रे
साजन की हो गयी गोरी...
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