Movie/Album: 102 नॉट आउट (2018)
Music By: सलीम-सुलेमान
Lyrics By: सौम्या जोशी
Performed By: सोनू निगम
लगता है के पिघल गयी
मगर नहीं, नहीं, नहीं
वो थी जहाँ अब है वहीं
कुल्फ़ी, कुल्फ़ी
हाँ, मीठी-मीठी माज़ी की कुल्फ़ी
लगता है के...
हज़ार तंज़ कस गई
हज़ार गाँठ बंध चुकी
खुलेगी ना गठरी कभी
ये सोचा था, पर खुल गई
पिघलेगी नहीं वो कभी
कुल्फी कुल्फी
हाँ, मीठी मीठी...
जो चल रहा था थम गया
जो थम गया था चल पड़ा
उसी पुरानी राह पे
फिर से मैं निकल पड़ा
पुराने सिक्कों से ख़रीद ली
कुल्फ़ी कुल्फ़ी
हाँ, मीठी मीठी...
Music By: सलीम-सुलेमान
Lyrics By: सौम्या जोशी
Performed By: सोनू निगम
लगता है के पिघल गयी
मगर नहीं, नहीं, नहीं
वो थी जहाँ अब है वहीं
कुल्फ़ी, कुल्फ़ी
हाँ, मीठी-मीठी माज़ी की कुल्फ़ी
लगता है के...
हज़ार तंज़ कस गई
हज़ार गाँठ बंध चुकी
खुलेगी ना गठरी कभी
ये सोचा था, पर खुल गई
पिघलेगी नहीं वो कभी
कुल्फी कुल्फी
हाँ, मीठी मीठी...
जो चल रहा था थम गया
जो थम गया था चल पड़ा
उसी पुरानी राह पे
फिर से मैं निकल पड़ा
पुराने सिक्कों से ख़रीद ली
कुल्फ़ी कुल्फ़ी
हाँ, मीठी मीठी...
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