Movie/Album: फन्ने खाँ (2018)
Music By: तनिष्क बागची
Lyrics By: इरशाद कामिल
Performed By: सुनिधि चौहान
हाज़िर है, हुस्न
इश्क की महफ़िल में
आज फिर, हाज़िर है हुस्न
आओ यहाँ शरीफों ज़रा
तुम्हें मैं शराफत भुला दूँ
सारी शरम मिटा दोगे तुम
अगर मैं शरारत पिला दूँ
हाज़िर हुस्न खज़ाना सारा
ज़ाहिर इश्क इरादा, करूँ दोबारा
जवां है मोहब्बत समझ लो इशारा
अकेले अकेले ना होगा गुज़ारा
जवाँ है मोहब्बत...
हुस्न है पहली मंज़िल
इश्क जो करता हासिल
कोई न जाने आगे जाना कहाँ
रूह को छूना मुश्किल
छू के भी क्या है हासिल
रूहें दो बाहों में ना आती यहाँ
आख़िर, गले लगा ले यारा
ऐसा कहाँ मिलेगा, तुम्हें नज़ारा
जवां है मोहब्बत...
रात होने से पहले
आजा हम दोनों बह लें
दो चार दिन की तो है, ये ज़िंदगी
प्यार का देख नतीजा
घोल के मुझको पी जा
होने दे सोची समझी आवारगी
देखूँ, कहाँ-कहाँ से मीठा
है तू कहाँ-कहाँ से, लगे तू खारा
जवाँ है मोहब्बत...
Music By: तनिष्क बागची
Lyrics By: इरशाद कामिल
Performed By: सुनिधि चौहान
हाज़िर है, हुस्न
इश्क की महफ़िल में
आज फिर, हाज़िर है हुस्न
आओ यहाँ शरीफों ज़रा
तुम्हें मैं शराफत भुला दूँ
सारी शरम मिटा दोगे तुम
अगर मैं शरारत पिला दूँ
हाज़िर हुस्न खज़ाना सारा
ज़ाहिर इश्क इरादा, करूँ दोबारा
जवां है मोहब्बत समझ लो इशारा
अकेले अकेले ना होगा गुज़ारा
जवाँ है मोहब्बत...
हुस्न है पहली मंज़िल
इश्क जो करता हासिल
कोई न जाने आगे जाना कहाँ
रूह को छूना मुश्किल
छू के भी क्या है हासिल
रूहें दो बाहों में ना आती यहाँ
आख़िर, गले लगा ले यारा
ऐसा कहाँ मिलेगा, तुम्हें नज़ारा
जवां है मोहब्बत...
रात होने से पहले
आजा हम दोनों बह लें
दो चार दिन की तो है, ये ज़िंदगी
प्यार का देख नतीजा
घोल के मुझको पी जा
होने दे सोची समझी आवारगी
देखूँ, कहाँ-कहाँ से मीठा
है तू कहाँ-कहाँ से, लगे तू खारा
जवाँ है मोहब्बत...
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