Movie/Album: गोल्ड (2018)
Music By: सचिन-जिगर
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: सुखविंदर सिंह, जिगर सरैया, सचिन सांघवी
दिन आए दिन जाए
ते मन पेया सपने सजाए
ते मन पेया सपने सजाए
दिन आए दिन जाए
मन सपने सजाए
हम चलें हैं तो चलते ही जायें
जो समय की है कहानी
पल पल अनजानी
क्या होना है ये कैसे बतायें
दिन आए दिन जाए...
सुन कहती है ये डगर-डगर
बस नज़र-नज़र हैं जो सपने
तारों से चमके डगर-डगर
चल नगर-नगर संग अपने
रस्ता-रस्ता दीवारें हैं
कदम-कदम पर मोड़
चलता चल सपनों के राही
तू हिम्मत ना छोड़
रस्ता-रस्ता दीवारें हैं...
जगमगाते चेहरे हैं, आँखों में है अरमाँ
रुक नहीं सकते कहीं, ऐसे हैं ये तूफाँ
हो, ये मुसाफ़िर एक दिन मंज़िल पे मिलने हैं
बिजलियाँ कितनी गिरें ये फूल खिलने हैं
ये फूल खिलने हैं
दिन आए दिन जाए...
Music By: सचिन-जिगर
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: सुखविंदर सिंह, जिगर सरैया, सचिन सांघवी
दिन आए दिन जाए
ते मन पेया सपने सजाए
ते मन पेया सपने सजाए
दिन आए दिन जाए
मन सपने सजाए
हम चलें हैं तो चलते ही जायें
जो समय की है कहानी
पल पल अनजानी
क्या होना है ये कैसे बतायें
दिन आए दिन जाए...
सुन कहती है ये डगर-डगर
बस नज़र-नज़र हैं जो सपने
तारों से चमके डगर-डगर
चल नगर-नगर संग अपने
रस्ता-रस्ता दीवारें हैं
कदम-कदम पर मोड़
चलता चल सपनों के राही
तू हिम्मत ना छोड़
रस्ता-रस्ता दीवारें हैं...
जगमगाते चेहरे हैं, आँखों में है अरमाँ
रुक नहीं सकते कहीं, ऐसे हैं ये तूफाँ
हो, ये मुसाफ़िर एक दिन मंज़िल पे मिलने हैं
बिजलियाँ कितनी गिरें ये फूल खिलने हैं
ये फूल खिलने हैं
दिन आए दिन जाए...
No comments :
Post a Comment
यह वेबसाइट/गाना पसंद है? तो कुछ लिखें...