Music By: शान्तनु मोइत्रा
Lyrics By: विनोद दुबे
Performed By: विनोद दुबे
क्या लेके आयो जग में
क्या लेके जायेगा
क्या लेके आयो जग में
क्या लेके जायेगा ओ बंधू
क्या लेके आयो जग में...
क्षण भंगुर काया तू कहाँ से लाया
गुरुवर समझाया पर समझ ना पाया
ये साँस निगोड़ी चलती रुक थोड़ी
चल चल रुक जावे क्या खोया पाया
क्या लेके आयो जग में...
ओ मन सुन जोगी बात
यहाँ माया करती घात
आतम भीतर समझात
मूरख ना समझे बात
है ईसर तेरे साथ
काहे मनवा घबरात
हो राम सुमिर दिन-रात
कस्ट सबै कटि जात
हो सब यहीं छोड़ जाएगा
छोड़ जाएगा
क्या लेके आयो जग में...
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