Music By: ए.आर.रहमान
Lyrics By: इरशाद कामिल
Performed By: हरिचरण शेषाद्रि, श्रेया घोषाल
तक तड़क भड़क, दिल धड़क धड़क गया
अटक अटक ना माना
लट गयी रे उलझ गयी, कैसे कोई हट गया
मन से लिपट अंजाना
वो नील अंग सा रूप रंग
लिए शगुन समाधी प्रेम भंग
चढ़े अंग अंग फिर मन मतंग
और तर बदन में संग संग
और कान्हा
मुरली की ये धुन सुन राधिके
मुरली की ये धुन सुन राधिके
मुरली की ये धुन सुन राधिके
धुन साँस साँस में बुन के
कर दे प्रेम का गीत का
मोह का शगुन
मुरली की ये धुन...
हो आना जो आ के कभी
फिर जाना जाना नहीं
जाना हो तूने अगर
तो आना आना नहीं
तेरे रंग रंगा, तेरे रंग रंगा
मन महकेगा तन दहकेगा
तेरे रंग रंगा...
तुमसे तुमको पाना
तन मन तुम
तन से मन को जाना
उलझन गुम
जिया रे नैना
चुपके चुपके हारे
मन गुमसुम
डोरी टूटे ना ना ना
बांधी नैनों ने
जो संग तेरे, देखे मैंने तो
सब रंग तेरे, सब रंग तेरे
फीके ना हो छूटे ना ये रंग
तेरे रंग...
मुरली की ये धुन...
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